खेत तालाब योजना को हमारी सरकार की तरफ से किसानों के लिए शुरू किया गया है। दरअसल इस योजना के माध्यम से किसान वर्षा का पानी जमा करके फिर इस पानी को सिंचाई के कार्य में ले सकते हैं।
इस प्रकार से सरकार खेत तालाब के लिए किसानों को 135000 रूपए की राशि प्रदान करेगी। जो किसान इस योजना के तहत लाभ लेना चाहते हैं तो हम इन सबको बता दें कि अब आवेदन जमा करने की प्रक्रिया शुरू है। तो जो किसान अपना आवेदन पहले जमा करेंगे इन्हें प्राथमिक तौर पर लाभ मिलेगा।
यदि आप एक किसान हैं और आपको अपने खेतों की सिंचाई के लिए ज्यादा पानी की आवश्यकता है तो आप खेत तालाब का निर्माण अब आसानी से करवा सकते हैं। इस प्रकार से यदि आपको इस योजना के बारे में ज्यादा जानकारी चाहिए तो आप हमारा आज का यह आर्टिकल पढ़ सकते हैं। आज आपको हम बताएंगे कि खेत तालाब योजना के फायदे, लाभ लेने के लिए पात्रता, आवेदन देने हेतु आवश्यक दस्तावेज और आवेदन प्रक्रिया क्या है।
Khet Talab Yojana 2025
किसानों के लिए जरूरी है कि वे अपनी खेती में समय पर सिंचाई करें जिससे कि इनकी फसल अच्छी प्रकार से फले फूले। तो जिन किसानों को अपने खेत में सिंचाई करने के लिए ज्यादा पानी चाहिए होता है तो वे खेत तालाब करके बारिश के पानी को इकट्ठा कर सकते हैं। इस जमा किए गए पानी को किसान फिर खेत की सिंचाई के लिए उपयोग कर सकते हैं।
आपको हम जानकारी के लिए बता दें कि अगर आपको पैसे की समस्या है तो आप चिंता ना करिए क्योंकि खेत तालाब योजना के तहत सरकार आपको वित्तीय सहायता करेगी। इस प्रकार से आपको इस योजना के माध्यम से 135000 रूपए की राशि सरकार से प्राप्त होगी। इस तरह से हम आपको बता दें कि योजना का फायदा लेने के लिए तालाब की क्षमता न्यूनतम 400 घन मीटर तक होनी जरूरी है।
तो ऐसे में हम आपको यह भी बता दें कि सरकार पहले आओ पहले पाओ के आधार पर किसानों को इस योजना के तहत फायदा दे रही है। तो अब जबकि आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है तो आप बिना देर किए खेत तालाब योजना के लिए अपना आवेदन पत्र भरकर जमा कर सकते हैं।
खेत तालाब योजना के फायदे
सरकार के द्वारा आरंभ की गई खेत तालाब योजना के माध्यम से किसानों को कई प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं जिनके बारे में हमने सारी जानकारी नीचे दी है –
- अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, लघु और सीमांत किसान योजना के तहत खेत तालाब के लिए लाभ ले सकते हैं।
- कच्चा तालाब बनवाने पर लागत का 70 प्रतिशत या फिर अधिकतम 73500 रूपए तक वित्तीय सहायता मिलती है।
- यदि आरक्षित वर्गों के किसान या फिर लघु एवं सीमांत किसान प्लास्टिक लाइनिंग वाला तालाब बनवाते हैं तो ऐसे में आपको लागत का 90% तक या फिर अधिकतम 1 लाख 35 हजार रुपए तक की सहायता मिलती है।
- वहीं सामान्य किसान यदि कच्चा तालाब बनवाते हैं तो इन्हें लागत का 60% या अधिकतम 63000 रूपए सरकार से प्राप्त होंगे।
- जबकि प्लास्टिक लाइनिंग वाले तालाब को बनवाने पर लागत का 80% या अधिकतम 120000 रुपए तक की राशि सामान्य किसानों को प्राप्त होगी।
- इस योजना के तहत खेत में पानी जमा करने की अच्छी सुविधा हो जाती है।
- सिंचाई करने के लिए अब किसानों को किसी भी प्रकार की पानी की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है।
- यदि फसल में समय पर पानी पहुंचता है तो इससे खेती में उत्पादन बढ़ाने में सहायता होती है।
- तालाब में मछली पालन जैसी गतिविधियां की जा सकती है जिसकी वजह से किसानों को अतिरिक्त आमदनी होगी।
खेत तालाब योजना के लिए पात्रता
जो किसान खेत तालाब योजना के तहत लाभ लेना चाहते हैं और अपना आवेदन जमा करना चाहते हैं तो इसके लिए पात्रता शर्तें कुछ इस प्रकार से रखी गई है –
- योजना का फायदा केवल देश के किसान ही ले सकते हैं।
- किसान के स्वयं के नाम पर न्यूनतम कृषि करने लायक भूमि 0.3 हेक्टर तक होनी चाहिए।
- किसान ने पहले खेत तालाब योजना का फायदा हासिल ना किया हो।
- आवेदन जमा करने के लिए सारे दस्तावेज किसान के पास होने जरूरी हैं।
खेत तालाब योजना हेतु जरूरी दस्तावेज
अगर आपको खेत तालाब योजना के लिए आवेदन जमा करना है तो ऐसे में आपके पास कुछ दस्तावेज अनिवार्य तौर पर होने चाहिएं जैसे –
- आधार कार्ड
- जमीन की जमाबंदी की फोटोकॉपी
- भूमि का नक्शा
- निवास प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
खेत तालाब योजना के लिए आवेदन कैसे करें?
- खेत तालाब योजना के लिए जो भी किसान आवेदन देना चाहते हैं तो हम आपको बता दें कि किसान अपना आवेदन यदि स्वयं जमा करना चाहते हैं तो ऐसे में इन्हें राज किसान साथी पोर्टल पर जाकर लॉगिन करना होगा। जबकि किसान अपने समीप के ई-मित्र केंद्र के माध्यम से भी अपना आवेदन जमा कर सकते हैं।
- इस तरह से हम आपको बता दें कि खेत तालाब योजना के लिए आवेदन ऑनलाइन माध्यम से जमा किए जाएंगे। इस प्रकार से आवेदन जमा करने के बाद किसानों को अनिवार्य तौर पर अपने जमा किए गए आवेदन की रसीद को ऑनलाइन डाउनलोड करके अपने पास संभाल कर रखना होगा।